श्रीमद्भगवद्गीता
18 अध्याय || 701 श्लोक
01 : अर्जुन का भ्रम
श्लोक : 47
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02 : शांति का मार्ग
श्लोक : 72
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03 : कार्य
श्लोक : 43
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04 : कार्य की बुद्धि
श्लोक : 42
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05 : त्याग
श्लोक : 29
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06 : योग
श्लोक : 47
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07 : ज्ञान का विज्ञान
श्लोक : 30
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08 : सर्वोच्च का मार्ग
श्लोक : 28
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09 : गुप्त ज्ञान
श्लोक : 34
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10 : दिव्य सर्वोच्चता
श्लोक : 42
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11 : भगवान का रूप
श्लोक : 55
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12 : भक्ति का मार्ग
श्लोक : 20
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13 : शरीर और आत्मा
श्लोक : 35
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14 : प्रकृति के गुण
श्लोक : 27
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15 : परम आत्मा
श्लोक : 20
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16 : दैवी और दैत्य
श्लोक : 24
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17 : स्वाभाविक श्रद्धा
श्लोक : 28
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18 : मोक्ष
श्लोक : 78
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