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श्लोक : 52 / 72

भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण
उस समय, जब तुम माया नामक उस घने जंगल को अपने बुद्धि से पार करोगे, तुम उन सभी चीजों के बारे में कठोरता से बात करने के लिए मजबूर हो जाओगे, जिन्हें तुम्हें पूछना चाहिए और जिन्हें तुम पहले से पूछ चुके हो।
राशी मकर
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
🟣 ग्रह शनि
⚕️ जीवन के क्षेत्र करियर/व्यवसाय, वित्त, मानसिक स्थिति
इस श्लोक के माध्यम से भगवान कृष्ण स्पष्ट करते हैं कि माया नामक घने जंगल को पार करने के लिए ज्ञान की आवश्यकता है। मकर राशि और उत्तराद्रा नक्षत्र में जन्मे लोग, शनि ग्रह के प्रभाव के कारण, व्यवसाय और वित्त से संबंधित समस्याओं का सामना कर सकते हैं। व्यवसाय में प्रगति के लिए, स्पष्ट मानसिकता और वित्तीय प्रबंधन कौशल आवश्यक है। शनि ग्रह के प्रभाव के कारण, मानसिक स्थिति को स्थिर करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए, भगवद गीता की शिक्षाओं का पालन करते हुए, मानसिक शांति को विकसित करना और धर्म के मार्ग पर स्थिर रहना आवश्यक है। व्यवसाय में सफलता पाने के लिए, दीर्घकालिक योजना और वित्तीय प्रबंधन कौशल की आवश्यकता होती है। मानसिक स्थिति को संतुलित रखने के माध्यम से, माया नामक समस्याओं को पार किया जा सकता है। इसके लिए, योग और ध्यान जैसे आध्यात्मिक अभ्यास करना लाभदायक होगा।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।