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श्लोक : 34 / 72

भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण
सब चीजों से ऊपर, सभी लोग हमेशा तुम्हारी अपमान की बात करेंगे; और एक सम्मानित व्यक्ति के लिए, अपमान मृत्यु से भी बुरा है।
राशी मकर
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
🟣 ग्रह शनि
⚕️ जीवन के क्षेत्र करियर/व्यवसाय, मानसिक स्थिति, धर्म/मूल्य
इस श्लोक में भगवान कृष्ण अर्जुन को इज्जत के महत्व को समझा रहे हैं। मकर राशि और उत्तराद्रा नक्षत्र वाले लोगों के लिए शनि ग्रह का बहुत प्रभाव होता है। शनि ग्रह आमतौर पर इज्जत, अनुशासन और जिम्मेदारी का प्रतीक है। व्यवसायिक जीवन में, इन राशि वालों को ईमानदारी और जिम्मेदारी से कार्य करना चाहिए। इससे उन्हें इज्जत बनाए रखने में मदद मिलेगी। मानसिकता और धर्म/मूल्यों पर ध्यान देना आवश्यक है, क्योंकि अपमान उनकी मानसिकता को प्रभावित कर सकता है। मानसिक शांति पाने के लिए, वे ध्यान और आध्यात्मिक अभ्यास कर सकते हैं। व्यवसाय में उन्नति पाने के लिए, उन्हें हमेशा ईमानदारी और न्याय के साथ कार्य करना चाहिए। इससे वे समाज में अच्छा नाम प्राप्त कर सकेंगे। इस प्रकार, भगवान कृष्ण का उपदेश, इस राशि और नक्षत्र वाले लोगों के लिए मार्गदर्शक होगा।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।