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श्लोक : 27 / 72

भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण
'जन्म लेने वालों के लिए मृत्यु निश्चित है' यह सत्य है; और 'मृतकों के लिए पुनर्जन्म निश्चित है' यह भी सत्य है; इसलिए, अनिवार्य चीज़ के लिए, तुम्हें विलाप करने का कोई कारण नहीं है।
राशी मकर
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
🟣 ग्रह शनि
⚕️ जीवन के क्षेत्र करियर/व्यवसाय, परिवार, दीर्घायु
यह भगवद गीता का श्लोक, 'जन्म लेने वालों के लिए मृत्यु निश्चित है' के माध्यम से जीवन के स्वाभाविक चक्र को दर्शाता है। मकर राशि और उत्तराद्र्ष्टा नक्षत्र वाले लोग, शनि ग्रह के प्रभाव में होने के कारण, वे जीवन में स्थिरता प्राप्त करना चाहेंगे। व्यवसाय में, वे ठोस प्रयासों से आगे बढ़ेंगे। परिवार में, वे रिश्तों को बनाए रखने पर अधिक ध्यान देंगे। दीर्घकालिक जीवन उनके जीवन यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह श्लोक उन्हें जीवन के परिवर्तनों को स्वाभाविक रूप से स्वीकार करने और उनसे लाभ उठाने में मदद करेगा। उन्हें अपने कर्तव्यों को जिम्मेदारी से निभाने की आवश्यकता है। शनि ग्रह के आशीर्वाद से, वे अपने प्रयासों में स्थिर प्रगति देखेंगे। जीवन के चक्रों को समझकर, वे मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं। यह उन्हें दीर्घकालिक लाभ प्रदान करेगा। इसलिए, उन्हें जीवन के चक्रों को स्वाभाविक रूप से स्वीकार करना चाहिए और उनसे लाभ उठाना चाहिए।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।