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श्लोक : 47 / 78

भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण
दूसरे की जिम्मेदारी को सही तरीके से करने से बेहतर है कि कोई अपनी खुद की जिम्मेदारी को पूर्णता के साथ निभाए; किसी की अपनी जिम्मेदारी निभाना कभी भी पाप का मार्ग नहीं प्रशस्त करता।
राशी मकर
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
🟣 ग्रह शनि
⚕️ जीवन के क्षेत्र करियर/व्यवसाय, परिवार, स्वास्थ्य
इस श्लोक के आधार पर, मकर राशि में जन्मे लोग, उत्तराद्रा नक्षत्र में स्थित लोग, अपनी जिम्मेदारी निभाने में अधिक ध्यान दें। शनि ग्रह के प्रभाव में, उन्हें जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए मार्गदर्शन किया जाता है। व्यवसायिक जीवन में, उन्हें अपनी क्षमताओं को पहचानकर, उसे विकसित कर आगे बढ़ना चाहिए। यह उन्हें दीर्घकाल में व्यवसाय में प्रगति देगा। परिवार में, उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को समझकर, उसे सही तरीके से निभाने से परिवार के कल्याण में प्रगति देखने को मिलेगी। स्वास्थ्य के लिए, उन्हें अपने शरीर और मानसिक स्थिति का ध्यान रखते हुए अपनी विधियों का पालन करना चाहिए। इससे वे एक स्वस्थ जीवन जी सकेंगे। भगवद गीता का यह उपदेश, उन्हें अपनी स्वाभाविकता के साथ जीने के लिए मार्गदर्शन करता है, जिससे वे मानसिक संतोष प्राप्त कर सकें।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।