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श्लोक : 16 / 78

भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण
'मैं ही वहाँ कार्य कर रहा हूँ' ऐसा सोचने वाला व्यक्ति वास्तव में मूर्ख है; अज्ञानता के कारण, वह कभी भी सत्य को नहीं देख पाएगा।
राशी मकर
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
🟣 ग्रह शनि
⚕️ जीवन के क्षेत्र करियर/व्यवसाय, परिवार, वित्त
मकर राशि में जन्मे, उत्तराधाम नक्षत्र में जन्मे, शनि ग्रह के प्रभाव में रहने वाले व्यक्तियों को इस भगवद गीता के श्लोक के माध्यम से महत्वपूर्ण पाठ सीखना चाहिए। 'मैं ही वहाँ कार्य कर रहा हूँ' ऐसा सोचना अज्ञानता का संकेत है, इसे समझना चाहिए। व्यवसाय में, केवल मेहनत से सफलता नहीं मिलती; टीम वर्क और अतिरिक्त शक्तियों के योगदान को भी समझना चाहिए। परिवार में, एकता और आपसी समझ महत्वपूर्ण है। वित्तीय प्रबंधन में, कर्ज और खर्चों की योजना बनाकर कार्य करना चाहिए। जब शनि ग्रह कठिनाइयाँ और परीक्षण उत्पन्न करता है, तब धैर्य से कार्य करना चाहिए। अहंकार के बिना, दूसरों के योगदान को मान्यता देकर कार्य करने से दीर्घकालिक लाभ प्राप्त होगा। इससे मानसिक स्थिति शांत रहेगी। इसे समझकर कार्य करने से जीवन में स्थिरता और शांति प्राप्त होगी।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।