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श्लोक : 14 / 47

संजय
संजय
इसके बाद, सफेद घोड़ों से खींचे गए बहुत बड़े रथ में श्री भगवान कृष्ण और अर्जुन ने निश्चित रूप से अपने शंखों को फूंककर महान ध्वनि उत्पन्न की।
राशी कर्क
नक्षत्र मृगशिरा
🟣 ग्रह चंद्र
⚕️ जीवन के क्षेत्र परिवार, स्वास्थ्य, करियर/व्यवसाय
इस श्लोक में, श्री कृष्ण और अर्जुन द्वारा अपने शंख फूंकना एक नए आरंभ का संकेत है। कर्क राशि और मृगशिरा नक्षत्र वाले लोगों के लिए, यह नया आरंभ परिवार की भलाई में महत्वपूर्ण होगा। चंद्र ग्रह के प्रभाव से, पारिवारिक संबंध और स्वास्थ्य महत्वपूर्ण होते हैं। परिवार में एकता बनाए रखने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए, यह श्लोक मार्गदर्शन करता है। व्यवसाय में नए प्रयास शुरू करने के लिए यह अच्छा समय है। परिवार के सदस्यों का समर्थन प्राप्त करने से व्यवसाय में प्रगति हो सकती है। स्वास्थ्य को सुधारने के लिए, दैनिक व्यायाम और स्वस्थ भोजन की आदतों का पालन करना चाहिए। चंद्र ग्रह के प्रभाव से, मानसिक स्थिति को स्थिर रखने के लिए ध्यान और योगाभ्यास सहायक होंगे। परिवार में एकता बनाए रखने से, जीवन में स्थिरता प्राप्त की जा सकती है। व्यवसाय में नए अवसरों का अन्वेषण करें और उन्हें सही तरीके से उपयोग करें। परिवार के सदस्यों का समर्थन व्यवसाय में प्रगति के लिए सहायक होगा। स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से, लंबी उम्र प्राप्त की जा सकती है।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।