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श्लोक : 12 / 20

भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण
सूर्य से आने वाली रोशनी, पूरे संसार को चमकाती है; सूर्य की रोशनी, चंद्रमा की रोशनी, आग की रोशनी सभी मेरी महिमा हैं, इसे जान लो।
राशी सिंह
नक्षत्र मघा
🟣 ग्रह सूर्य
⚕️ जीवन के क्षेत्र करियर/व्यवसाय, परिवार, स्वास्थ्य
भगवत गीता के 15वें अध्याय के 12वें सुलोक में भगवान श्री कृष्ण द्वारा बताई गई दिव्य रोशनी की महिमा, सूर्य, चंद्रमा और आग की रोशनी के रूप में प्रकट होती है। सूर्य सिंह राशि का अधिपति होने के कारण, इस राशि के जातक अपने व्यवसाय में बहुत सफलता प्राप्त कर सकते हैं। सूर्य की रोशनी, उनके जीवन में नए रास्ते खोलने में मदद करेगी। मघा नक्षत्र में जन्मे लोग, अपने परिवार की भलाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनके पास परिवार के संबंधों को बनाए रखने की आवश्यक शक्ति और जिम्मेदारी का एहसास होता है। स्वास्थ्य, सूर्य की रोशनी द्वारा सुधारित होता है, और वे अपने शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सूर्य की शक्ति का उपयोग कर सकते हैं। इस प्रकार, यह सुलोक उन्हें दिव्य शक्ति के समर्थन का एहसास कराता है, और उन्हें अपने जीवन के क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन करता है। भगवान की कृपा से, वे अपने व्यवसाय, परिवार और स्वास्थ्य में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।