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श्लोक : 11 / 20

भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण
यदि तुम मुझमें भक्ति करने में सक्षम नहीं हो, तो आत्म-नियंत्रण के साथ फलदायी कार्यों के फलों से दूर रहो।
राशी मकर
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
🟣 ग्रह शनि
⚕️ जीवन के क्षेत्र करियर/व्यवसाय, वित्त, परिवार
मकर राशि में जन्मे लोग आत्म-नियंत्रण में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे। उत्तराद्रा नक्षत्र उन्हें स्थिर मानसिकता प्रदान करता है। शनि ग्रह उनके व्यवसाय और वित्तीय स्थिति को सुधारने की क्षमता रखता है। भगवद गीता के 12वें अध्याय, 11वें श्लोक के अनुसार, उन्हें अपने व्यवसाय में फल की अपेक्षा किए बिना कार्य करना चाहिए। इससे, वे अपनी मानसिकता को शांत रख सकेंगे। परिवार की भलाई में, वे स्वार्थ रहित कार्य करके रिश्तों को मजबूत रख सकेंगे। व्यवसाय में, वे कठिन परिश्रम से आगे बढ़ेंगे, लेकिन फल को त्यागना होगा। वित्तीय स्थिति, शनि ग्रह के समर्थन से सुधरेगी, लेकिन उसमें मिलने वाले फल को त्यागना होगा। इस प्रकार कार्य करके, वे मानसिक संतोष प्राप्त कर सकते हैं और जीवन को सरलता से जी सकते हैं। इससे, वे परिवार के साथ खुशहाल जीवन जी सकेंगे।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।