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श्लोक : 66 / 78

भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण
सभी प्रथाओं को छोड़ दो; मेरे पास शरण आओ; मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूंगा; चिंता मत करो।
राशी मकर
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
🟣 ग्रह शनि
⚕️ जीवन के क्षेत्र परिवार, वित्त, स्वास्थ्य
यह श्लोक मकर राशि, उत्तराद्रा नक्षत्र और शनि ग्रह वाले लोगों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। मकर राशि में जन्मे लोग आमतौर पर मेहनती और जिम्मेदार होते हैं। उत्तराद्रा नक्षत्र, शनि ग्रह की कृपा से, वे अपने जीवन में स्थिरता और विश्वास प्राप्त कर सकते हैं। परिवार में, भगवान पर पूर्ण विश्वास रखने से रिश्ते मजबूत होते हैं। वित्तीय स्थिति में, शनि ग्रह की कृपा से, वे आर्थिक प्रगति देख सकते हैं। स्वास्थ्य में, मानसिक तनाव को कम करके, ईश्वर के विश्वास के माध्यम से शारीरिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं। इस श्लोक का संदेश, सभी पापों से मुक्त होकर, मानसिक शांति और आनंद प्राप्त करने का मार्गदर्शन करता है। भगवान पर पूर्ण विश्वास रखने से, वे जीवन की कठिनाइयों का आसानी से सामना कर सकते हैं।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।