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श्लोक : 10 / 55

संजय
संजय
उस रूप में, उनके पास कई मुंह, कई आंखें, कई अद्भुत चीजें, कई दिव्य आभूषण और कई अस्त्र थे।
राशी मकर
नक्षत्र श्रवण
🟣 ग्रह शनि
⚕️ जीवन के क्षेत्र करियर/व्यवसाय, वित्त, परिवार
इस भगवद गीता श्लोक में, कृष्ण के विश्व रूप का वर्णन संजय कर रहे हैं। यह सभी दिशाओं में फैला हुआ दिव्य रूप है। मकर राशि और तिरुवोणम नक्षत्र वाले लोगों के लिए शनि महत्वपूर्ण ग्रह है। शनि ग्रह का प्रभाव व्यवसाय और वित्त से संबंधित निर्णयों में दीर्घकालिक सोच पर जोर देता है। व्यवसाय में सावधानी से कार्य करना और वित्त प्रबंधन पर ध्यान देना आवश्यक है। परिवार की भलाई को प्राथमिकता देकर, परिवार के सदस्यों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना महत्वपूर्ण है। शनि ग्रह के आशीर्वाद से, दीर्घकालिक योजना और जिम्मेदारी से जीवन में प्रगति की जा सकती है। कृष्ण के विश्व रूप की तरह, हमें भी अपने जीवन में विभिन्न जिम्मेदारियों को स्वीकार करके संतुलन स्थापित करना चाहिए। इससे, हमारे जीवन के क्षेत्रों में लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।